作词 : Rahul Kumar Das
作曲 : Rahul Kumar Das
गोरिया रे गोरिया रे चांद की चिड़िया रे
जान मेरी नहीं जान जला
गोरिया रे गोरिया रे हमरी चकोरिया रे
प्राणप्रिय कहे मान भी जा
Verse 1:-
अरी सुन लो तो इक बार
अब ये अंत करो तकरार
कितना मिन्नत करवाओगी
अब तो मान भी लो सरकार
हां सरकार से आया याद तुम्हारे बाबूजी की शर्तें
कल ही आए हैं सरकारी नौकरी का फारम भर के
ससुरा गब्बर हमार जालिम
पर हम कट्टर तोहार आशिक
कह दो बन गया जो आई ए एस तो
होगा सत्तर हजार मासिक
हम भी वीरू शोले वाला
जो छेड़े कोई बोलें धावा
हमरी रूठ गई बसंती
ओ मनवा दे भोले बाबा
अरी मान जा साथ चलेंगे दुर्गा पूजा के मेले में
तुमरे खातिर मंगला के बेटा को कॉलेज में पेले हैं
तुमरे खातिर ही सारी दुनिया के ताने हम झेले हैं
हमने प्रेम किया है तुमसे कोई खेल नहीं खेले हैं
Hook:-
Verse 2:-
जान का हमरी माथा गरम है
ताप बढ़ा तभी वातावरण में
बात चलाये ब्याह का तुमरे
बाप को तुमरे आता शरम है
अरे लईके कई हैं मेरे सही में कहिए तो साथ भगा लेंगे
तुमरा अईसे कईसे वो जईसे तईसे से ब्याह करा देंगे
हम चाहते नहीं हैं अईसा
पर ये करेगा क्या भी लईका
जब है प्रेम यहां पे हार रहा
और जीत रहा है पईसा
तेरा बाबुल अमीर गाड़े धन
और सासुर फकीर मानें हम
ना व्याकुल हो सब होगा
पर अभी 'राहुल' गरीब जाने मन
साथ रहो बस 'रहुला' तुमरा लाख कमा लेगा
हर दिक्कत की दीवार को बन अमिताभ गिरा देगा
सब मुश्किल को हर लेंगे तनिका सा कर लो विश्वास
अब हनुमान जी की तरह हम सीना फाड़ दिखा दें का
作词 : Rahul Kumar Das
作曲 : Rahul Kumar Das
गोरिया रे गोरिया रे चांद की चिड़िया रे
जान मेरी नहीं जान जला
गोरिया रे गोरिया रे हमरी चकोरिया रे
प्राणप्रिय कहे मान भी जा
Verse 1:-
अरी सुन लो तो इक बार
अब ये अंत करो तकरार
कितना मिन्नत करवाओगी
अब तो मान भी लो सरकार
हां सरकार से आया याद तुम्हारे बाबूजी की शर्तें
कल ही आए हैं सरकारी नौकरी का फारम भर के
ससुरा गब्बर हमार जालिम
पर हम कट्टर तोहार आशिक
कह दो बन गया जो आई ए एस तो
होगा सत्तर हजार मासिक
हम भी वीरू शोले वाला
जो छेड़े कोई बोलें धावा
हमरी रूठ गई बसंती
ओ मनवा दे भोले बाबा
अरी मान जा साथ चलेंगे दुर्गा पूजा के मेले में
तुमरे खातिर मंगला के बेटा को कॉलेज में पेले हैं
तुमरे खातिर ही सारी दुनिया के ताने हम झेले हैं
हमने प्रेम किया है तुमसे कोई खेल नहीं खेले हैं
Hook:-
Verse 2:-
जान का हमरी माथा गरम है
ताप बढ़ा तभी वातावरण में
बात चलाये ब्याह का तुमरे
बाप को तुमरे आता शरम है
अरे लईके कई हैं मेरे सही में कहिए तो साथ भगा लेंगे
तुमरा अईसे कईसे वो जईसे तईसे से ब्याह करा देंगे
हम चाहते नहीं हैं अईसा
पर ये करेगा क्या भी लईका
जब है प्रेम यहां पे हार रहा
और जीत रहा है पईसा
तेरा बाबुल अमीर गाड़े धन
और सासुर फकीर मानें हम
ना व्याकुल हो सब होगा
पर अभी 'राहुल' गरीब जाने मन
साथ रहो बस 'रहुला' तुमरा लाख कमा लेगा
हर दिक्कत की दीवार को बन अमिताभ गिरा देगा
सब मुश्किल को हर लेंगे तनिका सा कर लो विश्वास
अब हनुमान जी की तरह हम सीना फाड़ दिखा दें का