作词 : Guilherme Eduardo De Lima Junior
作曲 : Guilherme Eduardo De Lima Junior
रुद्र, परिवर्तन की शक्ति
(पहली पद – Verso 1)
आकाश में गूंजे तेरी गर्जना,
अंधकार कांपे तेरे रौद्र रूप से।
अग्नि से भरी तेरी ज्वलंत दृष्टि,
रुद्र, तू आया है विध्वंस के लिए।
(प्राक-कोरस – Pré-refrão)
राख बने हर पाप का भार,
तेरे तांडव से चमके संसार।
(कोरस – Refrão)
हर हर महादेव! – गूंजे ये गर्जन,
हर हर महादेव! – सृष्टि का जयघोष।
जलती ज्वालाएं, बिखरे अंधेरा,
रुद्र जागे, और सत्य निखरे।
(दूसरा पद – Verso 2)
त्रिशूल उठा, तेरा क्रोध है धर्म,
काल भी झुके तेरी शक्ति के सम्मुख।
तेरे चरणों में मिटती माया,
तेरी लहर में सब कुछ पावन।
(ब्रिज – Ponte)
नाग नृत्य करें, तारे गिरें,
मोह का पर्दा फटे और बिखरे।
तेरे मंत्र से आत्मा मुक्त,
शिव, तेरा प्रकाश सदा अमर!
(कोरस – Variado)
हर हर महादेव! – गूंजे ये गर्जन,
हर हर महादेव! – सृष्टि का जयघोष।
रुद्र विध्वंस करे, रुद्र नवजीवन दे,
तेरी अग्नि में आत्मा जले और खिले।
(अंत –
ॐ नमः शिवाय… जय रुद्र… हर हर महादेव!
(Om Namah Shivaya… Jaya Rudra… Har Har Mahadev!)
作词 : Guilherme Eduardo De Lima Junior
作曲 : Guilherme Eduardo De Lima Junior
रुद्र, परिवर्तन की शक्ति
(पहली पद – Verso 1)
आकाश में गूंजे तेरी गर्जना,
अंधकार कांपे तेरे रौद्र रूप से।
अग्नि से भरी तेरी ज्वलंत दृष्टि,
रुद्र, तू आया है विध्वंस के लिए।
(प्राक-कोरस – Pré-refrão)
राख बने हर पाप का भार,
तेरे तांडव से चमके संसार।
(कोरस – Refrão)
हर हर महादेव! – गूंजे ये गर्जन,
हर हर महादेव! – सृष्टि का जयघोष।
जलती ज्वालाएं, बिखरे अंधेरा,
रुद्र जागे, और सत्य निखरे।
(दूसरा पद – Verso 2)
त्रिशूल उठा, तेरा क्रोध है धर्म,
काल भी झुके तेरी शक्ति के सम्मुख।
तेरे चरणों में मिटती माया,
तेरी लहर में सब कुछ पावन।
(ब्रिज – Ponte)
नाग नृत्य करें, तारे गिरें,
मोह का पर्दा फटे और बिखरे।
तेरे मंत्र से आत्मा मुक्त,
शिव, तेरा प्रकाश सदा अमर!
(कोरस – Variado)
हर हर महादेव! – गूंजे ये गर्जन,
हर हर महादेव! – सृष्टि का जयघोष।
रुद्र विध्वंस करे, रुद्र नवजीवन दे,
तेरी अग्नि में आत्मा जले और खिले।
(अंत –
ॐ नमः शिवाय… जय रुद्र… हर हर महादेव!
(Om Namah Shivaya… Jaya Rudra… Har Har Mahadev!)